Tuesday 2 February 2016

प्रोपेगैंडा वॉर: साउथ कोरिया ने बजाए स्पीकर, किम जोंग ने गिराए यूज्ड टॉयलेट पेपर

सिओल. नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच प्रोपेगैंडा वॉर फिर तेज हो गया है। मंगलवार को मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, किम जोंग उन की टीम बैलून छोड़ रही है। इनमें यूज्ड टॉयलेट पेपर्स, टिश्यू और जली हुई सिगरेट के टुकड़े भरे हैं। हाइड्रोजन बम के टेस्ट के बाद से नॉर्थ कोरिया चर्चा में है।
बॉर्डर पर प्रोपेगैंडा करने वाले साउथ कोरिया को क्या है डर...
- साउथ कोरिया को डर है कि नॉर्थ इनके जरिए बायो-केमिकल अटैक कर सकता है।
- हाइड्रोजन बम के टेस्ट का दावा करने के बाद साउथ बॉर्डर पर स्पीकर्स के जरिए प्रोपेगैंडा सॉन्ग्स बजाया जा रहा था।
- इसके जवाब में प्योंगयांग की तरफ से बैलून छोड़े जा रहे हैं। इन बैलूनों में छोटा एक्सप्लोसिव डिवाइस लगा है।
- डेटोनेट होने पर इनमें से यूज्ड टॉयलेट पेपर्स, सिगरेट के बट्स और लीफलेट्स गिर रहे हैं।
बैलून से क्या दिया जा रहा है मैसेज?
- नॉर्थ कोरिया ने अब तक करीब 10 लाख लीफलेट गिराए हैं। इन पर लिखा है- "एंटी नॉर्थ साइकोलॉजिकल वॉरफेयर ब्रॉडकास्ट बंद करो।"
- कई लीफलेट्स में साउथ कोरिया प्रेसिडेंट पार्क गुएन हुए को कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव का जिम्मेदार बताया गया है।
- इनमें से कई बैलून बिना एक्सप्लोड हुए साउथ कोरिया की जमीन पर गिर रहे हैं। साउथ कोरिया को डर है कि बायो-केमिकल्स के जरिए नॉर्थ कोरिया उनके लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- हालांकि, स्पीकर्स बजाए जाने के अलावा साउथ कोरिया की ओर से भी बैलून छोड़े जाते रहे हैं, जिनमें मैसेज लिखे होते हैं।
नॉर्थ कोरिया ने दुनिया को कैसे चौंकाया था?
- तानाशाह उन ने 6 जनवरी को अंडरग्राउंड हाइड्रोजन टेस्ट करने का दावा कर दुनियाभर को चौंका दिया था।
- हाइड्रोजन बम टेस्ट की वजह से उस दिन सुबह भूकंप के झटके भी महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 थी।

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