Tuesday 2 February 2016

पुणे में 14 स्टूडेंट्स डूबेः आई विटनेस बोले- बीच पर सेल्फी ले रहे थे कुछ बच्चे

अरब सागर के मुरुड जजीरा बीच पर पिकनिक मनाते वक्त डूबने वाले स्डूटेंस का आंकड़ा 14 हो गया है। मंगलवार को समुद्र से एक लाश और निकाली गई। इस बीच, एक आई विटनेस ने कहा, ''किसी को भी लहर का अंदाजा नहीं था। जब हादसा हुआ तो कोई स्विमिंग कर रहा था, कोई सेल्फी ले रहा था।'' सोमवार को आबिदा इनामदार कॉलेज के 116 स्टूडेंट बीच पर पहुंचे थे।
कैसे हो गया हादसा, मिनटों में बहा ले गई लहर...

- स्टूडेंट्स के ग्रुप में 70 लड़के और बाकी लड़कियां थीं।
- जब 20 स्टूडेंट्स डूब रहे थे तो उस वक्त कुछ ने उन्हें बचाने की कोशिश की।
- बीएससी फर्स्ट, सेकंड और थर्ड ईयर के 116 स्टूडेंट्स और 11 फैकल्टी मेंबर्स मुरुद में पिकनिक मनाने आए थे।
- कुछ स्टूडेंट्स ने फैकल्टी के साथ तोसलकार वाडी गए। कुछ स्टूडेंट्स ने बीच पर ही रहने का फैसला किया।
- टीचर्स ने समुद्र में न जाने की ताकीद भी दी थी।
- सभी के जाते ही स्टूडेंट्स समुद्र में चले गए। स्टूडेंट्स ने हाई टाइड (ज्वार) के टाइम की जानकारी भी नहीं ली।
- जब तक वे संभल पाते, लहरें उन्हें खींच ले गईं।
- मुरुद थाने के इंस्पेक्टर अविनाश माने के मुताबिक, मामले में एडीआर (एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट) दर्ज कर ली गई है।
- घटना के कुछ ही देर बाद मौके पर पहुंचे कोस्ट गार्ड टीम ने चार स्टूडेंट को सही-सलामत बाहर निकाल लिया
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट का दावा- सबसे ज्यादा इंडिया में गई #Selfie लेते लोगों की जान...
- दुनियाभर में सेल्फी के क्रेजी 27 लोगों की जान गई, जिनमें 15 से ज्यादा मौतें भारत में हुईं। ये सभी लोग लापरवाही से खतरनाक जगहों पर सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे।
- रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में सेल्फी डेथ के सबसे ज्यादा मामले भारत में सामने आए हैं।
- इससे पहले 9 जनवरी को बांद्रा स्टैंड पर सेल्फी लेते हुए दो लोगों की मौत हुई। इसके बाद पुलिस ने मुंबई के 16 पिकनिक स्‍पॉट्स को 'नो सेल्‍फी जोन' बना दिया है।
- पिछले साल नासिक कुंभ मेले के दौरान कुछ जगहों पर भी 'नो सेल्फी जोन' बनाए गए थे। 
आई विटनेस ने क्या कहा?
- संतोष राजनकर के मुताबिक, "करीब 100 स्टूडेंट्स का ग्रुप था। उनके साथ टीचर्स भी थे। तीन बजे के करीब कुछ स्टूडेंट्स समुद्र में चले गए। ये हाई टाइड का वक्त था। लोकल लोगों और टीचर्स ने भी उन्हें ऐसा न करने की हिदायत दी थी। लेकिन वे नहीं माने। करीब 4 बजे हमने मदद के लिए चीख सुनी और बच्चों को डूबते देखा। उनके कुछ दोस्त बचाने के लिए समुद्र में कूदे। मछुआरों ने भी मदद की और 6 को बचा लाए।"
कैसे चला रेस्क्यू ऑपरेशन?
- नेवल कमांडर राहुल सिन्हा के मुताबिक, हमें चार बजे शाम को करीब 15-18 स्टूडेंट्स के समुद्र में डूबने की इन्फॉर्मेशन मिली।
- कोस्ट गार्ड के एयरक्राफ्ट IC-117 और दो बोट को सर्चिंग के लिए भेजा गया। इसके बाद करीब 6 बजे चॉपर ex-842SGN और ICGS अचूक को भेजा गया।
हादसे में बचे लोगों ने क्या कहा?
- एक लड़की ने कहा, "खुदा रहम करे और हमारे दोस्तों को बचा ले। यह खराब पिकनिक थी। इस घटना ने मुझे जिंदगी भर के लिए डरा दिया। मैं खुशकिस्मत थी जो बच गई।"
- एक अन्य के मुताबिक, "करीब साढ़े तीन बजे थे। मेरे कई दोस्त समुद्र में जाकर फोटो-सेल्फी खींच रहे थे। तभी ऊंची-ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गईं। तब भी कई दोस्त पानी में खेलते रहे। कुछ पता चलता, इसके पहले ही एक लहर आई और उन्हें गहरे समुद्र में ले गई। कई लोग कूदे और कुछ को बचा लाए।"
इंडिया में कब और कैसे गई लोगों की जान?

- मुंबई में चलती ट्रेन के सामने स्टंट और सेल्फी के चक्कर में तीन कॉलेज स्टूडेंट्स की मौत हुई।
- ताजमहल की सीढ़ियों पर सेल्फी लेते वक्त एक जापानी टूरिस्ट ने अपनी जान गंवाई थी।
- मुंबई में समुद्र के किनारे सेल्फी ले रहे दो लड़के पानी में गिर गए, जिनकी डूबने से मौत हो गई।
- नागपुर में नाव पलटने से सात लड़कों की जान चली गई थी। ये सभी तालाब में सेल्फी ले रहे थे।
- तमिलनाडु में पहाड़ी पर सेल्फी लेते वक्त गिरने से इंजीनियरिंग स्टूडेंट की मौत हो गई थी।
- जुलाई, 2015 में जयपुर के नेवटा डैम में सेल्फी लेने उतरे तीन लड़कों की डूबने से मौत हो गई।
- गुजरात में नहर के किनारे सेल्फी लेना दो स्टूडेंट्स को भारी पड़ गया। उनकी जान चली गई।
- दिसंबर, 2015 में कोयंबटूर में अमरावती नदी के किनारे सेल्फी ले रहे एक ही फैमिली के चार लोग डूब गए थे।
- जनवरी, 2016 में राजस्थान में किले की दीवार से गिरकर सेल्फी ले रहे स्टूडेंट की मौत हो गई।

8 हजार में बना दी 1 ली में 200 Km. चलने वाली साइकिल

ताज नगरी में स्टूडेंट्स ने ऐसी साइकिल बनाई है, जो पेट्रोल से चलती है। जी हां, एक लीटर पेट्रोल में साइकिल 200 किमी का सफर तय कर सकती है। यही नहीं, मोटरसाइकिल की तरह ये 35 किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ भी सकती है। आगे पढ़‍िए, क्या है साइकिल की खासयित...
- खेतों में कीटनाशक छिड़कने वाली मशीन का लगा है इंजन।
- पेट्रोल टंकी के लिए किया साइकिल के पाइप का इस्तेमाल।
- टंकी की क्षमता एक लीटर तक है, जो देखने में हुबहू मोटरसाइकिल की पेट्रोल टंकी जैसी लगती है।
- साइकिल के हैंडल को ही एक्सीलेटर का रूप दिया है।
कैसे आया साइकिल बाइक का आइडिया
- आॅटो मोबाइल इंजीनियरिंग कर रहे पांच स्टूडेंट मुकुल गौड़, विक्रांत रावत, रंजुल मिश्रा, सुधांशु गोस्वामी और तुषार गोयल ने इस आइडिया पर काम किया।
- स्‍टूडेंट्स ने बताया, यू ट्यूब पर अमेरिका में बनी पेट्रोल साइकिल बाइक देखी।
- यहीं से खुद ऐसी ही साइकिल बाइक बनाने की ठानी।
- रेट को ध्यान में रखकर कीटनाशक स्प्रे मशीन का इंजन खरीदा, जिसे पेट्रोल से चलने लायक बनाया।
- पेट्रोल रखने के लिए अलग से टंकी न बनाकर साइकिल के फ्रेम को काटकर टंकीनुमा पाइप बनाया।
- साइकिल बाइक को बनाने में कुल 8 हजार रुपए का खर्च आया।

प्रोपेगैंडा वॉर: साउथ कोरिया ने बजाए स्पीकर, किम जोंग ने गिराए यूज्ड टॉयलेट पेपर

सिओल. नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच प्रोपेगैंडा वॉर फिर तेज हो गया है। मंगलवार को मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, किम जोंग उन की टीम बैलून छोड़ रही है। इनमें यूज्ड टॉयलेट पेपर्स, टिश्यू और जली हुई सिगरेट के टुकड़े भरे हैं। हाइड्रोजन बम के टेस्ट के बाद से नॉर्थ कोरिया चर्चा में है।
बॉर्डर पर प्रोपेगैंडा करने वाले साउथ कोरिया को क्या है डर...
- साउथ कोरिया को डर है कि नॉर्थ इनके जरिए बायो-केमिकल अटैक कर सकता है।
- हाइड्रोजन बम के टेस्ट का दावा करने के बाद साउथ बॉर्डर पर स्पीकर्स के जरिए प्रोपेगैंडा सॉन्ग्स बजाया जा रहा था।
- इसके जवाब में प्योंगयांग की तरफ से बैलून छोड़े जा रहे हैं। इन बैलूनों में छोटा एक्सप्लोसिव डिवाइस लगा है।
- डेटोनेट होने पर इनमें से यूज्ड टॉयलेट पेपर्स, सिगरेट के बट्स और लीफलेट्स गिर रहे हैं।
बैलून से क्या दिया जा रहा है मैसेज?
- नॉर्थ कोरिया ने अब तक करीब 10 लाख लीफलेट गिराए हैं। इन पर लिखा है- "एंटी नॉर्थ साइकोलॉजिकल वॉरफेयर ब्रॉडकास्ट बंद करो।"
- कई लीफलेट्स में साउथ कोरिया प्रेसिडेंट पार्क गुएन हुए को कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव का जिम्मेदार बताया गया है।
- इनमें से कई बैलून बिना एक्सप्लोड हुए साउथ कोरिया की जमीन पर गिर रहे हैं। साउथ कोरिया को डर है कि बायो-केमिकल्स के जरिए नॉर्थ कोरिया उनके लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- हालांकि, स्पीकर्स बजाए जाने के अलावा साउथ कोरिया की ओर से भी बैलून छोड़े जाते रहे हैं, जिनमें मैसेज लिखे होते हैं।
नॉर्थ कोरिया ने दुनिया को कैसे चौंकाया था?
- तानाशाह उन ने 6 जनवरी को अंडरग्राउंड हाइड्रोजन टेस्ट करने का दावा कर दुनियाभर को चौंका दिया था।
- हाइड्रोजन बम टेस्ट की वजह से उस दिन सुबह भूकंप के झटके भी महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 थी।

4 मिनट की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 5 जजों की बेंच को भेजा केस

नई दिल्ली: गे रिलेशन क्राइम है या नहीं, इस पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। कोर्ट ने मंगलवार को चार मिनट की सुनवाई के बाद मामले को 5 जजों की बेंच को भेज दिया है।इस मामले में 8 क्यूरेटिव पिटीशन फाइल की गई हैं। बता दें कि आईपीसी की धारा 377 के तहत मौजूदा कानून में गे रिलेशन क्राइम है।
किसने दायर की हैं पिटीशंस...
- आईपीसी के सेक्शन 377 में होमोसेक्सुअलिटी को अपराध माना गया है।
- गे रिलेशन की वकालत करने वाले इसे फंडामेंटल राइट्स का वायलेशन मानते हैं और इसके लिए वे कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
- पिटीशंस गे राइट्स एक्टिविस्ट्स और एनजीओ नाज फाउंडेशन की तरफ से दायर की है। ये लोग लेस्बियन, गे, बाइसैक्सुअल, ट्रांसजेंडर (एलजीबीटी) के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
किसने की सुनवाई

- इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के तीन जज चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर, जस्टिस एआर दवे और जस्टिस जगदीश सिंह केहर की बेंच ने की।
- हालांकि, क्यूरेटिव पिटीशन की सुनवाई चैंबर में होती है, लेकिन आज खुली अदालत में हुई।
क्या होती है क्यूरेटिव पिटीशन
- सुप्रीम कोर्ट के जज भी गलती कर सकते हैं। ऐसे में यदि कोर्ट के अंतिम फैसले में कोई गलती रह गई तो क्या उसका नतीजा बेकसूर भुगतेंगे?
- जब यह सवाल 2002 में सुप्रीम कोर्ट की संविधान बेंच के सामने आया तो उसने क्यूरेटिव पिटीशन यानी सुधार याचिका की व्यवस्था दी।
- रूपा अशोक हुर्रा बनाम अशोक हुर्रा मामले में पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया।
- सरल शब्दों में संविधान के सेक्शन 137 के तहत दाखिल रिव्यू पिटीशन के खारिज होने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट से फैसले को रिव्यू करने की गुजारिश की जा सकती है।
- यह व्यवस्था तत्कालीन चीफ जस्टिस एसपी भरूचा, जस्टिस सैयद मोहम्मद कादरी, जस्टिस यूसी बनर्जी, जस्टिस एसएन वरियावा और जस्टिस शिवराज वी. पाटिल की संविधान बेंच ने दी थी।
क्यूरेटिव पिटीशन का प्रॉसेस
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 30 दिन के भीतर रिव्यू पिटीशन दाखिल की जा सकती है। लेकिन क्यूरेटिव पिटीशन के लिए समय सीमा नहीं है।
- क्यूरेटिव पिटीशन कोई सीनियर एडवोकेट ही दाखिल कर सकता है। याचिका सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के तीन सबसे सीनियर जजों की बेंच के पास जाती है।
- अगर बेंच को लगता है कि याचिका में उठाए गए मुद्दे वाजिब हैं तो वह सुनवाई के लिए उसे मंजूर कर सकते हैं।
- यह याचिका उन जजों को भी देनी होती है, जिन्होंने रिव्यू पिटीशन पर फैसला सुनाया था।

भारत में लॉन्च हुए दो बेहद किफायती लैपटाप, कीमत 5,999 रुपए

डेटाविंड ड्रॉयडसर्फर 10: यह दस इंच (1024x600 पिक्सल) टचस्क्रीन, 1.2 गीगाहर्ट्ज डुअल-कोर कॉर्टेक्स-ए9 प्रोसेसर, 1 जीबी रैम और 8 जीबी इंटरनल स्टोरेज के साथ है। माइक्रोएसडी कार्ड सपोर्ट मौजूद है। इसमें 0.3 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है।  यह 6000एमएएच बैटरी के साथ है। कनेक्टिविटी के लिए वाई-फाई, एचडीएमआई पोर्ट और माइक्रो-यूएसबी सपोर्ट है।

सिडनी में जीत के साथ भारत का क्लीन स्वीप

सिडनी में खेला गया तीसरा टी-20 मैच बेहद रोमांचक रहा और अंतिम गेंद पर सुरेश रैना के बल्ले से निकले चौके ने टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में पहली क्लीन स्विप दिला दी। 7 विकेट से मिली जीत के साथ ही टीम इंडिया ने यह सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली।
कार्यवाहक कप्तान शेन वाटसन (नाबाद 124) की तूफानी शतकीय पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने तेजी से रन बनाते हुए भारत के सामने 198 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया जिसे टीम इंडिया ने अंतिम गेंद पर हासिल कर लिया। भारत की ओर से इस मैच में भी 2 अर्धशतक लगे। रोहित शर्मा ने 52 और विराट कोहली ने 50 रनों की पारियां खेली जबकि विजयी चौका लगाने वाले रैना (नाबाद 49) अपने अर्धशतक से सिर्फ एक रन से रह गए।

इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 197 रन बनाए। कप्तान वाटसन ने अपनी आतिशी पारी में 71 गेंदों में 124 रनों (10 चौके और 6 छक्के) की नाबाद पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया ने 17 ओवर में 168 रन बना लिए थे, लेकिन अंतिम 3 ओवर में गेंदबाजों ने वापसी करते हुए सिर्फ 29 रन दिए और 200 से पहले ही रोक दिया। 5 गेंदबाजों को एक-एक सफलता मिली।

भारतीय टीम ने वनडे सीरीज 1-4 से गंवाई थी लेकिन टी-20 सीरीज में उसने एडिलेड और मेलबर्न के बाद सिडनी में जीत के साथ 3-0 करते हुए क्लीन स्वीप कर लिया।

इस जीत के साथ ही टीम इंडिया टी-20 रैंकिंग में पहले नंबर पर आ गई है। 120 रेटिंग के साथ भारत पहले जबकि 118 रेटिंग के साथ वेस्टइंडीज दूसरे नंबर पर हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया टीम को लगातार तीन हार रास नहीं आई। कंगारू टीम आठवें नंबर पर है। उससे नीचे 9वें नंबर पर अफगानिस्तान है।

तो अब 'मिनी' चेन्नई सुपर किंग्स बन गई है टीम इंडिया

ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टीम इंडिया में 5 नए उभरते क्रिकेटरों को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने का चांस मिला, जिसमें तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या के अलावा बरिंदर सरां अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे।

अब कंगारुओं की धरती पर जीत की पताका लहराने के बाद टीम इंडिया अब अपने देश लौट आई है और अगले हफ्ते उसे एक और सीरीज खेलनी है। यह सीरीज उसके घर में होगी और श्रीलंका उसके सामने। इस टी-20 सीरीज के लिए बीसीसीआई ने अपनी टीम का ऐलान करते हुए फिर एक नए चेहरे को जगह दी है। टीम का नया चेहरा है फिरकी गेंदबाज पवन नेगी। 23 साल के पवन पहली बार भारतीय टीम के लिए शामिल किए गए हैं।

टीम के चयन होने के बाद सोमवार की शाम बीसीसीआई से जब नेगी को फोन आया तो वह आश्चर्यचकित रह गए। नेगी घर पर थे उन्होंने सबसे पहले मां को इस बारे में बताया। फिर पापा को फोन किया। मूल रूप से अल्मोड़ा से जुड़े नेगी चाहते भी यही हैं कि वह टीम में अपनी जगह बतौर खब्बू स्पिनर नहीं बल्कि एक हरफनमौला के तौर पर बनाएं। उन्हें अगर अंतिम एकादश में मौका मिला तो वह खुद को साबित करने में कसर नहीं छोड़ेंगे। साथ ही नेगी कप्तान धोनी के पसंदीदा उभरते क्रिकेटरों में से एक हैं।

नेगी के शामिल होने के बाद टीम इंडिया अब 'मिनी' चेन्नई सुपर किंग्स बन गई है। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के कारण 2 साल का प्रतिबंध झेलने वाली सीएसके के वह छठे खिलाड़ी हो गए हैं।

10 दिन में होगा पीएफ का ऑनलाइन क्लेम ट्रांसफर, फॉलो करें ये 4 स्टेप्स.

नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने एम्प्लाइज प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) ट्रांसफर प्रोसेस को आसान कर दिया है। ईपीएफओ ने पीएफ क्लेम का सारा प्रोसेस ऑनलाइन कर दिया है।...
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नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने एम्प्लाइज प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) ट्रांसफर प्रोसेस को आसान कर दिया है। ईपीएफओ ने पीएफ क्लेम का सारा प्रोसेस ऑनलाइन कर दिया है।...

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